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बहु उपयोगी है लक्ष्मण फल (Guabana Or Soursop fruit )

बहु उपयोगी है लक्ष्मण फल 
कुल्लू और मनाली (भारत में दोनों स्थान हैं ,हिमाचल प्रदेश में।)के बीच सड़क यात्रा के दौरान एक मर्तबा हमने 'रामफल' तो खाया था लेकिन इस बात का हमें  इल्म नहीं था के इसका छोटा भाई 'लक्ष्मण -फल' भी मौजूद है जिसे 'हनुमान -फल' भी कहा जाता है गुआबाना (Guabana )तथा सौर्सोप (सऊरसोप ,सौर्सोप ,Soursop ) )भी। खोजबीन करने पर इल्म हुआ यह एक उष्णकटिबंधी फल है।जो भारत के अलावा ,इंडोनेशिया ,मलेशिया आदिक देशों के आलावा मेक्सिको ,दक्षिणी अमरीका ,कैरिबीआइ आदिक देशों में भी पैदा होता है। अफ्रिका तो इसका गढ़मुक्तेश्वर रहा है जहां की गर्मजलवायु में अतरिक्त गर्मी से बचने के लिए इसकी खूबसूरत चमकीली मोटी पत्तियों का इस्तेमाल नहाने के पानी में भी किया जाता है। 'घोड़े बेचकर सोने के लिए 'भी वहां कई प्रजातियां इसका इस्तेमाल   सिरहाने के ठीक नीचे रखके करते हैं। 

जख्म होने पर इसकी पत्तियां कूटपीसकर मरहम  के रूप में लगा लेते हैं। 

'आम के आम गुठलियों के दाम '  मुहावरे का गहन गूढ़ अर्थ इसके गुणधर्मों को बूझ कर समझ आ गया है। कुदरती सौंदर्य प्रशाधन के अलावा आज की 'काउच पोटेटो चर्या '

'घर से दफ्तर ,दफ्तर से घर 
बस इतनी रफ़्तार ज़िंदगी ,
दफ्तर को मोहताज़ ज़िंदगी।' 

से पैदा होने वाले तमाम किस्म के जीवन शैली रोग ,साइकोसोमैटिक डिज़ीज़ीज़ (गाउट आर्थराइटिस आदिक ),डिप्रेशन ,एंग्जायटी ,स्ट्रेस ,हाइपरटेंशन ,डायबिटीज़ आदिक का यह समाधान प्रस्तुत करता है। 

 इसकी पत्तियां ही नहीं इसकी छाल ,से लेकर जड़ तक हर चीज़ औषधीय करामात छिपाए हुए हैं। 
इसकी पत्ती की चाहें तो हर्बल चाय बनाके पीजिये (चार पांच पत्ती कुछ देर एक दो कप पानी में डालके उबालों और छान के पीयें । )चाहे फल के गूदे से  स्मूदी (शर्बते लक्ष्मण )पीजिये जनाब चाहें पत्तियों से तैयार गर्मा -गरम  चाय।  

तमाम किस्म के चरम रोगों में भी इसकी पत्तियों का पेस्ट राहत पहुंचाने वाला सिद्ध हुआ है। चाहे साधारण फुंसी फोड़ें हों या फिर एग्ज़ीमा (छाजन जैसे चरम रोग हों )या फिर साधारण जख्म। सिर में फ्यास हो जाए जूँ और लीख घर बना लें इसे आज़माइये।पत्तियां घिसकर पेस्ट से मुंह धोएं ,बालों में लगाएं।  गर्मी में इसके पत्तों से तैयार चाय शरीर के तापमान का नियमन करती है। ज्वर नाशी है। 

फल का सेवन एनल-जैसिक  भी है चित्त शामक भी है। 'ट्रिप्टोफेन रसायन 'जैसे इसमें ऐसे कई तत्व हैं जो सब ठीक ठाक है भाई  सब ठीक ठाक है ,ऑल इज़  वेळ का एहसास करवाते हैं सिरोटोनिन जैसे जैवरसायनों के उत्पादन को ऐड़ लगाते हैं। 
इसमें मौजूद अनेक विटामिन खासकर विटामिन -Cऔर खनिजों का समहू बोले तो एंटीऑक्सीडेंट इसकी उपयोगिता को और भी बढ़ा देता है। 
रेशमी बाल ही नहीं चमड़ी पे निखार ,कुदरती कांति आ जाएगी इसके फलों के नियमित सेवन से। हनुमान हर्बल चाय से। 
दिल पूरा खून उठाएगा आराम से। इन्सुलिन अपनी पूरी क्षमता से खून में तैरती शक़्कर को ठिकाने लगाएगा। आपका रक्तचाप सामान्य रहेगा। पोश्च्रल (postural )पैन में राहत मिलेगी फल के नियमित सेवन से ,बालों को सही पोषण प्राप्त होगा। गंजपन कुछ तो कम होगी जिसका एक बड़ा कारण  शहरी प्रदूषण गलत खानपान बना हुआ है। 
सांस की धौंकनी ठीक से चलेगी। रिस्पाय्रेट्री (रेस्पिरेटरी स्ट्रेस )में आराम आएगा। लक्षमण चाय कफ कोल्ड में आराम पहुंचाएगी (चंद पत्तियां जरूरत के मुताबिक़ पानी में उबालिये छानिये और 'सौर-टी 'साउरटी बस तैयार है ज़नाब। 
इसकी पत्तियों में कैंसर रोधी गुण  विद्यमान हैं ,नान -नार्मल ट्यूमर को बढ़ने से रोकता है इनका सेवन जो गैर ज़रूरी गांठ को बढ़ने से रोकता है कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को इसमें मौजूद एक एन्ज़ाइम भूखों  मार देता है एनर्जी नहीं पहुँचने देता इन कोशिकाओं तक। बड़ी आंत का कैंसर हो या स्तन का ,कैंसर समहू के १२ रोगों में राहत पहुंचाता है यह रामबाण लक्षम फल Guabana या Soursop उष्णकटिबंधी फल। 


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Virendra Sharma

Virendra Sharma It's also known as custard apple, guanabana and Brazilian paw paw. Practitioners of herbal medicine use soursop fruit and graviola tree leaves to treat stomach ailments, fever, parasitic infections, hypertension and rheumatism. It's used as a sedative, as well.25 सित॰ 2018
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 It's also known as custard apple, guanabana and Brazilian paw paw. Practitioners of herbal medicine use soursop fruit and graviola tree leaves to treat stomach ailments, fever, parasitic infections, hypertension and rheumatism. It's used as a sedative, as well.

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